Three Most Effective Medicines-तीन सर्वोत्तम औषधियाँ

Three Most Effective Medicines-
तीन सर्वोत्तम औषधियाँ

तीन सबसे प्रभावी औषधियों की इस श्रृंखला में, यहाँ हम तीन रोगों में 3 सबसे प्रभावशाली औषधियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं। ये तीन रोग हैं -

1. वातज ग्रहणी (IBS);
2. संधिवात (Osteo-arthritis);
3. श्वेतप्रदर (Leucorrhea)

I. वातज ग्रहणी (IBS):
वातज ग्रहणी (IBS) में तीन सबसे अधिक प्रभावशाली औषधियाँ हैं -

1. अतिविषा - Ativisha:
अतिविषा आंतों को मज़बूत करती है; आंतों में मौजूद जीवाणु-जन्य संक्रमण (Bacterial infection) नष्ट करती है; तथा आंतों की क्षुब्धता (Irritability) कम करती है। इसकी निम्न कल्पनाएँ उपलब्ध हैं -
• अतिविषा घन टैब्लॅट (Ativisha ghan tab);
• ऍण्ट्रिड टैब्लॅट (Entrid tab)

2. तगर - Tagar:
तगर आंतों की गति कम करके उन्हें विश्राम (Relaxes intestines) देता है; तथा मानसिक तनाव कम करता है (Relaxes mind)। इसकी निम्न कल्पनाएँ उपलब्ध हैं - 
• तगर घन टैब्लॅट (Tagar ghan tab);
• मैंटोकाॅम टैब्लॅट (Mentocalm tab)।

3. ज्योतिषमती - Jyotishmati:
ज्योतिषमती उदास मन को बल देती है; मन का अवसाद हटाती है; मन प्रसन्न करती है; नाडियों को बल देती है; तथा मन-मस्तिष्क व नाडियों की क्षुब्धता कम करती है। इसकी निम्न कल्पनाएँ उपलब्ध हैं - 
• ज्योतिष्मती घन टैब्लॅट (Jyotishmati ghan tab);
• ऍलिवा टैब्लॅट (Eleva tab);
• ज्योतिष्मती तैल (Jyotishmati tail)

सन्धिवात (Osteo-arthritis):

सन्धिवात (OA) में तीन सबसे अधिक प्रभावशाली औषधियाँ हैं -

1. अश्वगन्धा - Ashwagandha:
अश्वगन्धा सन्धिगत तरुणास्थि को सुदृढ़ करता है (Strengthens joint cartilage); धातुवर्धक (Regenerative) है; व रसायन (Anabolic) है। यह क्षीण होते धातुओं (Degenerating tissues) की वृद्धि करता है। इसकी निम्न कल्पनाएँ उपलब्ध हैं -
• अश्वगन्धा घन टैब्लॅट (Ashwagandha ghan tab);
• कार्टोजॅन टैब (Cartogen tab)

2. अस्थि-श्रृंखला - Asthi-shrinkhala:

अस्थि-श्रृंखला क्षीण होती सन्धिगत तरुणास्थि (Degenerating joint cartilage) व सुषिर होती अस्थियों ( Osteoporotic bones) को सुदृढ़ करती है व धातुवर्धन (Rejuvenation) करती है। इसकी निम्न कल्पनाएँ उपलब्ध हैं -
• अस्थि-श्रृंखला घन टैब्लॅट (Asthi-shrinkhala ghan tab);
• न्युबोन टैब्लॅट (Nubon)।

3. शल्लकी - Shallaki:
शल्लकी शोथ व वेदना कम करती है। यह कम मात्रा (आधा से एक ग्राम) में प्रभावशाली है, व गुग्गुलु की तरह आमाशय में क्षोभ (Gastric irritation) भी नहीं करती। इसकी निम्न कल्पनाएँ उपलब्ध हैं -
• शल्लकी टैब्लॅट (Shallaki tab);
• लोस्वैल टैब्लॅट (Loswel tab)।

श्वेतप्रदर (Leucorrhea):
श्वेतप्रदर में तीन सबसे अधिक प्रभावशाली औषधियाँ हैं -

1. चिरायता - Chirayata:
चिरायता स्त्री-प्रजननांगों (Female genital organs) में मौजूद जीवाणु-जन्य संक्रमण (Bacterial infection) और मधुरिका-जन्य संक्रमण (Fungal infection) को नष्ट करता है। इसके साथ-साथ यह शोथहर (Anti-inflammatory) तथा ओजःवर्धक (Immune-boosting) भी है तथा 
प्रतिरक्षा को बढ़ावा देता है। इसकी निम्न कल्पनाएँ उपलब्ध हैं -
• सुदर्शन चूर्ण;
• चिरायता घन टैब्लॅट (Chirayata ghan tab);
• इन्फैक्सी टैब्लॅट (Infexie tab)।

2. पत्रांग - Patrang:
पत्रांग स्त्री-प्रजननांगों (Female genital organs) से निकलने वाली अत्यधिक स्राव को कम करता है (Decreases excessive secretions)। इसके साथ-साथ यह सूजन को भी कम करता है (Anti-inflammatory)। इसकी निम्न कल्पनाएँ उपलब्ध हैं -
• पत्रांग घन टैब्लॅट (Patrang ghan tab);
• पत्रांग-आसव।

3. अशोक - Ashok:
अशोक स्त्री-हार्मोन्स (Estrogen व Progesterone) में साम्यता लाकर,  स्त्री-प्रजननांगों की क्रिया को प्राकृतावस्था में लाता है तथा गर्भाशय, गर्भाशय ग्रीवा और योनि को मजबूत करते हुये इन अंगों से निकलने वाले अत्यधिक स्राव को नियन्त्रित करता है। इसकी निम्न कल्पनाएँ उपलब्ध हैं -
• अशोकारिष्ट;
• अशोक घन टैब्लॅट (Ashok ghan tab);
• गाइनॉर्म टैब्लॅट (Gynorm tab)।

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