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निर्गुण्ड्यादि तैलम्


योगमालिका 
 निर्गुण्ड्यादि तैलम्
 (आ र कल्प)
 निर्गुण्डीपत्रसंभूत
 रसे लाक्षावचाहिमै: I
 कटुकारेचकीभ्याञ्च
 स्नेहः पक्वोपचीज्जयेत् ॥

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